Description
शेर ,शेरनी काले बादलों को देखकर बहुत खुश होते हैं क्योंकि यहां बहुत समय से सूखा पड़ा हुआ था, तभी पानी कि एक बूंद नन्हे मुफासा के ऊपर गिरती है यह अपनी मां से कहता है यह क्या है फिर मां कहती हैं यह बारिश की बूंद है, फिर जंगल के सभी जानवर नदी कि तरफ बढ़ते हैं, नना मुफासा भी नदी की तरफ जाने को कहता है, धीरे-धीरे सभी जानवर नदी में इकट्ठे हो रहे हैं, इधर मुफसा भी नदी में दौड़ लगाता है, जंगल के सभी जानवर बहुत खुश हैं, हाथी अपनी प्यास बुझाते हैं, तभी धीरे-धीरे नदी का स्तर बढ़ने लगता है, मुफासा की मां मुफासा को बाहर निकलने के लिए कहती है, मुफासा बाहर निकलने की कोशिश करता है, तभी नदी का पानी तेजी से बढ़ता है, फिर मुफासा के पिता उसे बचाने पानी में कूद जाते हैं, तभी यह पानी की चपेट में आ जाते हैं, फिर मुफासा के पिता इसे किनारे की तरफ फेंकता है और अपनी मां की तरफ जाने को कहता है, फिर मुफासा भी धीरे-धीरे अपनी मां की तरफ बढ़ता है, तभी एक हाथी बहता हुआ इसकी तरफ बढ़ता है, और मुफासा नदी में जा गिरता है, जिससे यह बहता हुआ अनजान जगह आ जाता है और अपने मां-बाप से बिछड़ जाता है, तभी इसे इसी के जैसा नना शेर दिखाई देता है, वह इसे कहता है , तुम कौन हो तुम्हारा नाम क्या है फिर मुफासा इसे अपना नाम बताता